ढक्कन...मेरे दादाजी की उम्र 98 साल की है...और उनकी आंखे बेहद तेज़ हैं...कभी उन्होंने ग्लासेस का इस्तेमाल नहीं किया...
मक्खन...यार ढक्कन, ये तो मैंने सुना था कि कई लोग बिना ग्लास का इस्तेमाल किए सीधे बॉटल से ही खींच जाते हैं...लेकिन इस तरह दारू पीने से आंखे तेज़ हो जाती हैं, ये मैंने पहली बार आज तुझसे सुना...
मक्खन...यार ढक्कन, ये तो मैंने सुना था कि कई लोग बिना ग्लास का इस्तेमाल किए सीधे बॉटल से ही खींच जाते हैं...लेकिन इस तरह दारू पीने से आंखे तेज़ हो जाती हैं, ये मैंने पहली बार आज तुझसे सुना...
3 टिप्पणियाँ:
haa haa!
मेरी माँ भी 86 साल की हैं मगर अभी तक नजर सही है। स्लाग ओवर मस्त है। शुभकामनायें।
स्लाग ओवर
शुभ कामनाएँ
यह सच है अभी भी ऐसे चलता है
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