15 साल का पप्पू और 6 साल का चप्पू एक ही स्कूल में दाखिला लेने गए...दाखिला लेने वाले टीचर को पप्पू ने बताया कि चप्पू रिश्ते में उसका दूर का भाई लगता है...टीचर ने पप्पू से पिता का नाम पूछा...जवाब मिला..गप्पू...
टीचर ने चप्पू से सवाल किया, तुम्हारे पिता का नाम...जवाब मिला...गप्पू...
टीचर थोड़ा हैरान हुआ..फिर दोनों से पता पूछा तो जवाब मिला...मकान नंबर 117, गली नंबर 6, प्रेम नगर...
टीचर ने फिर पप्पू से कहा कि जब तुम्हारे पिता का नाम एक, रहते एक मकान में ही हो तो फिर चप्पू तुम्हारा दूर का भाई कैसे हुआ....
पप्पू ने जवाब दिया...मास्टर जी मैंने ये कब कहा कि चप्पू मेरा सगा भाई नहीं है...दरअसल उसके और मेरे बीच सात भाई-बहन और भी हैं...इस लिहाज से हुआ न वो दूर का भाई...
टीचर ने चप्पू से सवाल किया, तुम्हारे पिता का नाम...जवाब मिला...गप्पू...
टीचर थोड़ा हैरान हुआ..फिर दोनों से पता पूछा तो जवाब मिला...मकान नंबर 117, गली नंबर 6, प्रेम नगर...
टीचर ने फिर पप्पू से कहा कि जब तुम्हारे पिता का नाम एक, रहते एक मकान में ही हो तो फिर चप्पू तुम्हारा दूर का भाई कैसे हुआ....
पप्पू ने जवाब दिया...मास्टर जी मैंने ये कब कहा कि चप्पू मेरा सगा भाई नहीं है...दरअसल उसके और मेरे बीच सात भाई-बहन और भी हैं...इस लिहाज से हुआ न वो दूर का भाई...
6 टिप्पणियाँ:
हा हा हा…………॥सही तो कह रहा है।
अब रिश्तेदारी तो रिश्तेदारी है.दूर का ही सही 'भाई' तो माना पप्पू ने चप्पू को .उनका क्या करें जो सगे होकर भी पराये रहतें है.
सार्थक प्रस्तुति, बधाईयाँ !
बीच वाले भाई-बहिन भी प्रवेश लेने पीछे-पीछे आ ही रहे हैं ।
हा हा...बहुत दूर का...
बहुत दूर का.......
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