मक्खन आज शायरी के मूड में है...
एक बेवफ़ा की याद में हाथों में जाम उठा लिया...
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फिर लगाया ब्रेड पे और फटाफट खा लिया...
नोट- सारे फुके हुए आशिक बेवड़े ही नहीं होते, कुछ भुक्खड़ भी होते हैं....
एक बेवफ़ा की याद में हाथों में जाम उठा लिया...
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फिर लगाया ब्रेड पे और फटाफट खा लिया...
नोट- सारे फुके हुए आशिक बेवड़े ही नहीं होते, कुछ भुक्खड़ भी होते हैं....
1 टिप्पणियाँ:
वाह वाह का कंबीनेशन है ..जियोह्ह रज्जाह
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