मक्खन और ढक्कन आठवीं में दूसरी बार फेल हो गए...
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ढक्कन...यार बेइज्ज़ती बर्दाश्त नहीं होती, चल सुसाइड कर लेते हैं...
मक्खन...झल्ला है क्या,
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अगले जन्म में फिर नर्सरी से शुरू करना पड़ेगा...
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Why post-men are only men ?
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Why post-men are only men ?
4 टिप्पणियाँ:
वाजिब तर्क ..
अब कम से कम आठवीं तक तो पहुँच ही गए हैं
:-) baat to sahi kahi :-)
etne achchhe joke kaise bana lete hai , pad kar maza aa jata hai ...
क्या दर्शन है? वाह
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